जोड़ – घटाव 

ॐ
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सारे दल में आजकल जारी जोड़-घटाव,
कोई जोड़ता सेर भर कोई घटाए पाव।
कोई घटाए पाव हैसियत जिसकी जितनी,
कीमत उसकी आज लग रही बिल्कुल उतनी!
जिनकी ताकत शून्य फिरें वे मारे - मारे,
साथी इक मजबूत ढूंढते हैं दल सारे!!

- ओमप्रकाश तिवारी 

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