- Om Prakash Tiwari
- April 17, 2024
सूर्य अभिषेक
ॐ…..करके बालक राम का किरणों से अभिषेक,सूर्य देव भी धन्य हैं दृश्य अवध का देख।दृश्य अवध का देख हो रहे जन – जन विह्वल,क्योंकी सदियों
ॐ…..करके बालक राम का किरणों से अभिषेक,सूर्य देव भी धन्य हैं दृश्य अवध का देख।दृश्य अवध का देख हो रहे जन – जन विह्वल,क्योंकी सदियों
ऊँ……झटके पर झटका लगे किंतु न सुधरें ‘आप’, दिल्ली वाले देखते बंधु ‘आप’ का पाप। बंधु ‘आप’ का पाप कोर्ट कहता सच्चाई, किंतु सुनें ना आप कान
ॐ…….बाग में महुआ सुगंधित मन लुभाता है, आम के बौरों पे भँवरा गीत गाता है ;स्वर्ण सी आभा बिखेरे खेत में गेहूँ,मित्र तब अपना प्रिये
ऊँ……ममता जी के राज का गजब देखिए हाल, कहीं ना कहीं रोज ही होता दिखे बवाल। होता दिखे बवाल पुलिस ही पीटी जाती, जो दिल्ली से जाय उसी
ऊँ……राहुल जी की फंस गई वायनाड में सीट,एनी राजा से दिखे कांग्रेस भयभीत। कांग्रेस भयभीत लड़ीं यदि बढ़िया मैडम, तो निश्चित युवराज वहां पर होंगे बेदम। उत्तर में ‘परिवार’
ऊँ……बिटिया रानी रो रहीं पैदल हैं अब मौर्य, हुए ‘राम’ विपरीत तो भूल गया सब शौर्य। भूल गया सब शौर्य न है अब कोई जलवा, करो बैठ बकवास
ऊँ……हम भी बीजिंग को कहें चलो अयोध्या धाम, शंघाई में भी बसें जा करके प्रभु राम। जा करके प्रभु राम फर्क क्या इससे पड़ता, जो अरुणाचल राज्य चीन
ॐ……लंबे टाइम के लिए गए जेल उस्ताद,शिखर चूमकर कैरियर कर डाला बर्बाद।कर डाला बर्बाद याद यदि रहते अन्ना,तो पढ़ते ना आप कभी यह कड़वा पन्ना।सीएम
ऊँ……आएंगे ‘वे’ मंच पर जोड़ हाथ में हाथ, लेकिन ‘वे’ देंगे नहीं इक-दूजे का साथ। इक-दूजे का साथ फ्रेंडली फाइट होगी, अपनी-अपनी राह चलेंगे सारे जोगी। भले दिख रहे
ॐ…..दिल्ली वाले हैं बहुत भोले भाले लोग,तभी चल रहा जेल से भाई का उद्योग।भाई का उद्योग रोज भिजवाए चिट्ठी,भले हुई गुम दीख रही है सिट्टी-पिट्टी।जिनको