बेमतलब फैला रहे सीएए का खौफ, जैसे दगने जा रही ‘एक वर्ग’ पर तोप।
हरियाणा में हो गया उलट-पलट का खेल, नए खेल में चल पड़ी नायब सिंह की रेल।
अपने ही गोदाम में भरि बाहर का माल, ममता दीदी ‘बाहरी’ पर खुद करें बवाल।
गठबंधन ‘इंडी’ गजब रहा आज फल फूल, बना रहे हैं लोग सब इक – दूजे को ‘फूल’।
टुकड़ा-टुकड़ा जोड़कर हमको दिए पटेल, समझ रहे हैं आज के नेता इसको खेल।
अमरीका में देखिए दो बूढ़ों की जंग, वोट पड़ेंगे जब वहां खूब जमेगा रंग।
भाता जिनको है नहीं चहक रहा कश्मीर, उनके ही सिर हो रही बड़ी आजकल पीर।
सारे दल में आजकल जारी जोड़-घटाव, कोई जोड़ता सेर भर कोई घटाए पाव।
मोदी ने तो देश को बना लिया परिवार, कैसे इस परिवार से लड़ पाओगे यार !
सत्ता पाकर भी गए हार मियां शहबाज, फौजी शासन है बना वहां कोढ़ में खाज।