Om Prakash Tiwari

चीर हरण

महिला नेता ही करे महिला का उपहास, 
नई गिरावट का करे तब समाज अहसास। 

कंगाली में आटा गीला

आटा गीला हो गया कंगाली के दौर,
खाते पर ताला दिए बैठा कोई और।

ईडी संग होली

ईडी वाले खेलते होली बिल्कुल मस्त,
प्रश्नों की गुंझिया चखें नेता सारे भ्रष्ट।

नैतिकता

नैतिकता को घोलकर गटक गया वह यार,
बैठे – बैठे जेल से चलती है सरकार।

साउथ लॉबी

‘साउथ लॉबी’ ने किया पूरा बंटाधार, 
जेल यात्रा का बना वही प्रमुख आधार। 

बदायूं 

आंखें खोलो, सोचकर बोलो अब अखिलेश,
वाणी के अविवेक पर थूक रहा है देश। 

यात्रा 

यात्राएं करके हुए राहुल जी ‘मेच्योर’, 
सभी समर्थक हो गए अब तो उनके श्योर। 

चंदा

चंदा वाइट में मिले तो उनको ऐतराज,
मतलब, चलना चाहिए काले धन का राज।

चुनाव घोषणा

डंका बजने जा रहा हो जाओ तैयार, 
रोज भिगोएंगी हमें वादों की बौछार। 

धक्का 

धक्का घर में ही लगा यह चिंता की बात, 
कौन कर रहा है भला ममता दी से घात।