ऊँ
……
बिटिया रानी रो रहीं पैदल हैं अब मौर्य,
हुए ‘राम’ विपरीत तो भूल गया सब शौर्य।
भूल गया सब शौर्य न है अब कोई जलवा,
करो बैठ बकवास शौक से खाओ हलवा।
अपने ही परिवार की खड़ी कर दी खटिया,
देख पिता के कर्म रो रही उनकी बिटिया !
– ओमप्रकाश तिवारी
स्वामी प्रसाद मौर्य
ऊँ
……
बिटिया रानी रो रहीं पैदल हैं अब मौर्य,
हुए ‘राम’ विपरीत तो भूल गया सब शौर्य।
भूल गया सब शौर्य न है अब कोई जलवा,
करो बैठ बकवास शौक से खाओ हलवा।
अपने ही परिवार की खड़ी कर दी खटिया,
देख पिता के कर्म रो रही उनकी बिटिया !
– ओमप्रकाश तिवारी
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