ॐ ....... सारे दल में आजकल जारी जोड़-घटाव, कोई जोड़ता सेर भर कोई घटाए पाव। कोई घटाए पाव हैसियत जिसकी जितनी, कीमत उसकी आज लग रही बिल्कुल उतनी! जिनकी ताकत शून्य फिरें वे मारे - मारे, साथी इक मजबूत ढूंढते हैं दल सारे!! - ओमप्रकाश तिवारी
जोड़ – घटाव
ॐ ....... सारे दल में आजकल जारी जोड़-घटाव, कोई जोड़ता सेर भर कोई घटाए पाव। कोई घटाए पाव हैसियत जिसकी जितनी, कीमत उसकी आज लग रही बिल्कुल उतनी! जिनकी ताकत शून्य फिरें वे मारे - मारे, साथी इक मजबूत ढूंढते हैं दल सारे!! - ओमप्रकाश तिवारी