ऊँ
…….
डंका बजने जा रहा हो जाओ तैयार,
रोज भिगोएंगी हमें वादों की बौछार।
वादों की बौछार समझदारी दिखलाना,
सुनकर मीठे बोल नहीं झांसे में आना।
जिसे न भाता राष्ट्र फूंकिए उसकी लंका,
इसीलिए तो आज जा रहा बजने डंका !
– ओमप्रकाश तिवारी

ऊँ
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डंका बजने जा रहा हो जाओ तैयार,
रोज भिगोएंगी हमें वादों की बौछार।
वादों की बौछार समझदारी दिखलाना,
सुनकर मीठे बोल नहीं झांसे में आना।
जिसे न भाता राष्ट्र फूंकिए उसकी लंका,
इसीलिए तो आज जा रहा बजने डंका !
– ओमप्रकाश तिवारी