शाहजहाँ शेख 

ऊँ
......
देखो-देखो गौर से शाहजहां की चाल, 
जिसे बचाने में लगी ममता दी की ढाल। 
ममता दी की ढाल भाल उसका न झुकता,
जनता करे हिसाब नराधम से अब चुकता।
इसको सबक सिखाय सदन से बाहर फेंको,
ये रोए और आप मौज से इसको देखो !

-  ओमप्रकाश तिवारी 

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