ॐ
……
नैतिकता को घोलकर गटक गया वह यार,
बैठे – बैठे जेल से चलती है सरकार।
चलती है सरकार चलेगा कब तक ऐसे,
राजनीति में लोग आ गए कैसे – कैसे !
पैसे हेतु जमीर दिखा दिल्ली में बिकता,
जब मुखिया ही स्वयं गटक बैठा नैतिकता !!
– ओमप्रकाश तिवारी
नैतिकता
ॐ
……
नैतिकता को घोलकर गटक गया वह यार,
बैठे – बैठे जेल से चलती है सरकार।
चलती है सरकार चलेगा कब तक ऐसे,
राजनीति में लोग आ गए कैसे – कैसे !
पैसे हेतु जमीर दिखा दिल्ली में बिकता,
जब मुखिया ही स्वयं गटक बैठा नैतिकता !!
– ओमप्रकाश तिवारी