ऊँ
…….
धक्का घर में ही लगा यह चिंता की बात,
कौन कर रहा है भला ममता दी से घात।
ममता दी से घात कौन भाई – भौजाई,
बेचारी पर आज मुसीबत कैसे आई ??
होनी चहिए जांच तभी चल पाए पक्का,
देने वाला कौन उन्हें घर में ही धक्का !
– ओमप्रकाश तिवारी
धक्का
ऊँ
…….
धक्का घर में ही लगा यह चिंता की बात,
कौन कर रहा है भला ममता दी से घात।
ममता दी से घात कौन भाई – भौजाई,
बेचारी पर आज मुसीबत कैसे आई ??
होनी चहिए जांच तभी चल पाए पक्का,
देने वाला कौन उन्हें घर में ही धक्का !
– ओमप्रकाश तिवारी
2 Comments